करवा चौथ के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र पहनें. इसके बाद मंदिर में जाकर पूजा करें और निर्जला व्रत का संकल्प करें. करवा चौथ पर पूरे दिन महिलाएं अन्न-जल ग्रहण नहीं करतीं. शाम के समय पूजा स्थल पर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर भगवान की मूर्ति स्थापि करें. इसके बाद वहां एक मिट्टी का करवा और एक मीठा करवा रखें. फिर व्रत कथा पढ़ें और ध्यान रखें इस दिन एक नहीं दो कथाएं पढ़नी चाहिए. रात को चंद्रमा निकलने बाद अर्घ्य दें और व्रत का पारण करें. करवा चौथ के दिन महिलाएं अपनी सास व अपने से बड़े को कपड़े व भोजन देती हैं और ऐसा करना शुभ माना जाता है.